हरियाणा के शीतकालीन विधानसभा सत्र में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट का खुलासा हुआ है।इस रिपोर्ट के अनुसार पिछले 4 सालों में हरियाणा सरकार के 13 ऐसे मंत्री हैं।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर 42.24 करोड रुपए खर्च किए है।इस बात का खुलासा इस विधानसभा सत्र में हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने किया।
हरियाणा सरकार के किस मंत्री के घर पर कितने रुपए खर्च हुए एक रिपोर्ट।
दुष्यंत चौटाला।
इस सूची में सबसे पहला नाम हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का आता है।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर सबसे ज्यादा रुपए खर्च किये हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पिछले 4 सालों में अपने घर के रिनोवेशन के नाम पर 3.5 करोड़ रुपए खर्च किये हैं।
रंजीत सिंह चौटाला।
इस सूची में दूसरे स्थान पर हरियाणा के जेल मंत्री रंजीत सिंह चौटाला का नाम आता हैं।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर 2.75 करोड रुपए खर्च किए हैं।
संदीप सिंह।
इस सूची में तीसरे स्थान पर हरियाणा के लेखन एवं सामग्री विभाग के मंत्री संदीप सिंह का नाम आता हैं। जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर 2.40 करोड रुपए खर्च किए हैं। संदीप सिंह हरियाणा सरकार में खेल मिनिस्टर भी रह चुके हैं।संदीप सिंह को हरियाणा की महिला खिलाड़ियों के साथ गलत व्यवहार वाले विवाद के बाद में अपने पद से इस्तीफा देना पढ़ा था। जिसके बाद में अब उन्हें लेखन एवं सामग्री विभाग दिया गया है।
ओमप्रकाश यादव।
इस सूची में चौथे स्थान पर हरियाणा के मंत्री ओमप्रकाश यादव का नाम आता है।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर 1.60 करोड रुपए खर्च किए हैं।वर्तमान समय में हरियाणा सरकार में ओमप्रकाश यादव के पास सामाजिक एवं न्याय विभाग, अनुसूचित एवं पिछड़ा कल्याण विभाग, सैनिक एवं अर्ध सैनिक विभाग है।
देवेंद्र सिंह बबली।
पांचवें स्थान पर हरियाणा के पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली का नाम आता है।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर पिछले चार वर्षों में 1.41 करोड रुपए खर्च किए हैं।वर्तमान समय में हरियाणा सरकार में इनके पास केवल पंचायत एवं विकास विभाग है।
जेपी दलाल।
इस सूची में छठे स्थान पर हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल का नाम आता है।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर पिछले चार वर्षों में 1.40 करोड रुपए खर्च किए हैं।वर्तमान समय में हरियाणा सरकार में इनके पास कृषि विभाग के साथ-साथ किसान कल्याण विभाग, मत्स्य पालन विभाग, पशुपालन विभाग है।
कमलेश धानंडा।
इस सूची में 7 वें स्थान पर हरियाणा की महिला मंत्री कमलेश धानंडा का नाम आता है।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर पिछले चार वर्षों में 1.36 करोड रुपए खर्च किए हैं।वर्तमान समय में हरियाणा सरकार में इनके पास महिला एवं बाल विकास विभाग, अभिलेखागार विभाग है।
बनवारी लाल।
इस सूची में 8 वें स्थान पर हरियाणा के सहकारिता मंत्री बनवारी लाल का नाम आता है।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर पिछले चार वर्षों में 1.22 करोड रुपए खर्च किए हैं।वर्तमान समय में हरियाणा सरकार में इनके पास सहकारिता विभाग, जन स्वास्थ्य विभाग है।
ज्ञान चंद गुप्ता।
इस सूची में 9 वें स्थान पर हरियाणा के विधान सभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता का नाम आता है।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर पिछले चार वर्षों में 1.05 करोड रुपए खर्च किए हैं।
कंवरपाल गुर्जर।
इस सूची में 10 वें स्थान पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर का नाम आता है।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर पिछले चार वर्षों में 97 लाख रुपए खर्च किए हैं।वर्तमान समय में हरियाणा सरकार में इनके पास शिक्षा विभाग, पर्यटन विभाग, विरासत विभाग, वन विभाग, अन्य संसदीय मामलें जैसे कई महत्वपूर्ण विभाग है।
मूलचंद शर्मा।
इस सूची में 11 वें स्थान पर हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का नाम आता है।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर पिछले चार वर्षों में 87 लाख रुपए खर्च किए हैं।वर्तमान समय में हरियाणा सरकार में इनके पास परिवहन, खनन विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, जैसे कई महत्वपूर्ण विभाग है।
अनूप धानक।
इस सूची में 12 वें स्थान पर हरियाणा के उद्योग मंत्री अनूप धानक का नाम आता है।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर पिछले चार वर्षों में 85 लाख रुपए खर्च किए हैं।वर्तमान समय में हरियाणा सरकार में इनके पास श्रम विभाग, राजस्व विभाग।, आपदा विभाग, उद्योग विभाग जैसे कई महत्वपूर्ण विभाग है।
चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा।
इस सूची में 13 वें स्थान पर हरियाणा के विपक्ष के नेता चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम आता है।जिन्होंने अपने घर के रेनोवेशन के नाम पर 54 लाख रुपए खर्च किए हैं।
हरियाणा: मंत्रिमंडल में हो सकता है बदलाव, देखे पूरी ख़बर।
1 thought on “हरियाणा सरकार के इन मंत्रियों ने घर मरम्मत के नाम पर बहाये इतने करोड़ रूपये इस रिपोर्ट में हुआ ख़ुलासा।”