किसान आंदोलन:अब दुष्यंत चौटाला ने दिया यह ब्यान।

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आज से 3 साल पहले हुए किसान आंदोलन को लेकर दुष्यंत चौटाला का बड़ा बयान सामने आया है।जुलाना गांव में सभा को संबोधित करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आज 3 साल पहले हुए किसान आंदोलन में जितने भी हरियाणा के किसान थे।उन  किसी पर भी कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि राज्य में भाजपा सरकार के साथ जननायक जनता पार्टी का गठबंधन था।और इसी गठबंधन की बदौलत ही इतने बड़े किसान आंदोलन में किसी भी किसान पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।अर्थात दुष्यंत चौटाला के कहने का भाव यह था की उनकी बदौलत ही किसी भी किसान पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।

किसान आंदोलन में मुझे ही निशाने पर लिया गया।

किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए आगे दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस किसान आंदोलन में सबसे ज्यादा मुझे ही निशाने पर लिया गया “जैसे सबसे बड़ा पापी मैं ही हूं”।लेकिन किसान आंदोलन में किसी भी किसान पर कोई भी मुकदमा दर्ज न होना इस बात को दर्शाता है कि सरकार में अब भी किसानों की सोच वाले नेता मौजूद है।

फसल बेचने पर तुरंत राशि का भुगतान।

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उन्होंने एक ऐसी योजना चलाई। जिसके माध्यम से अब फसल बेचने पर 2 दिन के अंदर ही किसानों के बैंक खाते में रुपए आ जाते हैं। किसान को फसल की राशि के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ता। यह तभी संभव हो पा रहा है क्योंकि किसानों की सोच वाले नेता सरकार में बैठे है।जबकि पहले फसल बेचने पर आडती से फसल की राशि लेने के लिए दो महीना का समय लग जाता था।

फसल ख़राब होने पर समय पर राशि का भुगतान

दुष्यंत चौटाला ने कहा- कि अब किसान की फसल खराब होने पर सीधा पटवारी के पास में संदेश जाता है।और पटवारी सीधा ही मोबाइल द्वारा ऑनलाइन गिरदावरी कर देता है। जिससे खराब फसलों का मुआवजा किसान को समय पर मिल जाता है।

विपक्ष पर जमकर सदा निशान

दुष्यंत चौटाला ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा की-भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में खराब फसलों की गिरदावरी करने के लिए पहले सरकार द्वारा आदेश जारी करना पड़ता था। उसके बाद में पटवारी गिरदावरी करता था। तथा फिर कहीं जाकर किसान को बहुत कम फसल मुआवजा राशि मिल पाती थी। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के शासनकाल में किसानों के खाते में 5-5 रुपए मुआवजा राशि आती थी। लेकिन हमारी सरकार में अब किसानों के खाते में एक एकड़ के सीधे 15000₹ का मुआवजा आता है।यह भी तभी संभव हो पा रहा है क्योंकि सरकार में किसानों का हिस्सा है।

महम-जुलाना की कि हिंदुस्तान-पाकिस्तान से तुलना

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए दुष्यंत चौटाला ने महम-जुलाना की हिंदुस्तान-पाकिस्तान से तुलना कर दी। दुष्यंत चौटाला ने कहा-कि पहले महल और जुलाना में (विकास के नाम पर) बहुत ज्यादा अंतर था।दुष्यंत चौटाला ने कहा-कि अब पहले वाला राज नहीं है, की महम हिंदुस्तान में और जुलाना पाकिस्तान।उन्होंने फिर हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा- कि पहले किलोई हिंदुस्तान में और जुलाना पाकिस्तान में था।उन्होंने कहा कि इस हाईवे का निर्माण भी उनके द्वारा ही करवाया गया है।जबकि पहले सड़के टूटी-फूटी थी।

दोबारा जीत का भारा दम

दुष्यंत चौटाला ने उनके द्वारा इलाके में करवाए गए अनेक विकास कार्यों को गिनाए तथा अपने कार्यकर्ताओं को इन्हीं विकास कार्यों को घर-घर जाकर बताने को कहा। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यदि इसी प्रकार आप का साथ रहा तो जिस प्रकार अनेक हाईवे तथा अनेक योजनाओं से आपके इलाके का विकास किया है, उसी प्रकार आगे भी और विकास किया जाएगा। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यदि कार्यकर्ता उनकी उपलब्धियों को घर-घर जाकर बताते हैं। तो इस बार भी उनकी सरकार डबल मार्जिन से बनेगी।

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